सोसायटी ऑफ़ मैन्युफ़ैक्चरर्स ऑफ़ इलेक्ट्रिक वीइकल्स ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में भारतीय इलेक्ट्रिक वीइकल्स इंडस्ट्री के सेल्स आंकड़ो की जानकारी दी है। इलेक्ट्रिक वीइकल्स इंडस्ट्री ने पिछले वित्तीय वर्ष में 2,36,802 नॉन आईसीई-वीइकल्स की बिक्री की थी। इसके अंतर्गत इलेक्ट्रिक दो-पहिए (ई2डब्ल्यू), इलेक्ट्रिक तीन-पहिए (ई3डब्ल्यू) और इलेक्ट्रिक चार-पहिए (ई4डब्ल्यू) शामिल हैं।
ई2डब्ल्यू सेग्मेंट में 1,43,837 यूनिट्स की बिक्री हुई है, जिसमें से हाई-स्पीड के 40,836 यूनिट्स और 1,03,000 यूनिट्स लो-स्पीड दो-पहियों की बिक्री हुई है। इससे वित्तीय वर्ष 2021 में ई2डब्ल्यू के सेल्स में छह-प्रतिशत की गिरावट आई है। वित्तीय वर्ष 2020 में ई3डब्ल्यू की जहां 140,683 की बिक्री हुई थी, वहीं यह आंकड़ा इस वित्तीय वर्ष फ़िसल कर 88,378 यूनिट्स पहुंच गया है। ई4डब्ल्यू के रजिस्ट्रेशन में वृद्धि देखने को मिली है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में 4,588 चार-पहियों का पंजीकरण किया गया है।
इलेक्ट्रिक वाहन को बढ़ावा देने के लिए कई कंपनीज़ देश के अंदर चार्जिंग स्टेशन्स की सुविधा को बेहतर करने जैसे क़दम उठा रही है। मौजूदा समय में देशभर में क़रीब 1,300 चार्जिंग स्टेशन्स उपलब्ध हैं, जो अगले पांच-छह सालों में दोगुना होने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त कई राज्य सरकारों ने स्टेट-लेवल इलेक्ट्रिक पॉलिसी को लागू भी किया है। इसमें दिल्ली, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़, हरियाणा, कर्नाटक, केरला, मध्य प्रदेश, ओडिशा, मेघालय, पंजाब, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, तमिल नाडु और उत्तराखंड शामिल हैं।
सोसायटी ऑफ़ मैन्युफ़ैक्चरर्स ऑफ़ इलेक्ट्रिक वीइकल्स (एसएमईवी) के डायरेक्टर-जनरल सोहिंदर गिल ने कहा, ‘‘हमें वित्तीय वर्ष 2021 की शुरुआत में अच्छे आंकड़े देखने को मिल रहे हैं, लेकिन कई कारणों की वजह से सेल्स में एक ठहराव सा आ गया है। इलेक्ट्रिक दो-पहिए और इलेक्ट्रिक तीन-पहिए की बिक्री में पिछले साल की तुलना में गिरावट आई है। उम्मीद है, कि फ़ेम II स्कीम व सरकार द्वारा पॉलिसी में बदलाव से हमें अपने लक्ष्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी।’’