इस समय ज़्यादातर नई कार्स एडास (एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम) के साथ लॉन्च की जा रही हैं, जिनमें कई कार्स में अडैप्टिव क्रूज़ कंट्रोल (एसीसी) भी शामिल है। हालांकि, क्रूज़ कंट्रोल कोई नया फ़ीचर नहीं है, जबकि अडैप्टिव क्रूज़ कंट्रोल भारतीय बाज़ार के लिए नया है। इस आर्टिकल में हम इस टेक्नोलॉजी के बारे में आपको जानकारी देने जा रहे हैं।
क्रूज़ कंट्रोल क्या है?
क्रूज़ कंट्रोल एक ऐसा फ़ीचर है, जिससे आप अपनी कार को एक तय स्पीड पर सेट कर सकते हैं। कार को एक तय स्पीड पर चलाने के लिए थ्रॉटल या एक्सेलरेटर का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है। इस सिस्टम से आपकी कार तय किए गए स्पीड पर चलती है और अचानक से आपको ब्रेक की ज़रूरत पड़ी, तो आपको ब्रेक का इस्तेमाल करना पड़ेगा।
अडैप्टिव क्रूज़ कंट्रोल क्या है?
जैसा कि हमने अभी आपको ऊपर क्रूज़ कंट्रोल के बारे में बताया ठीक उसी तरह अडैप्टिव क्रूज़ कंट्रोल टेक्नोलॉजी को और ज़्यादा मॉडर्न यानी नया कर दिया गया है। एडास से लैस ज़्यादातर कार्स में अडैप्टिव क्रूज़ कंट्रोल मिलता है। इसमें एक बार स्पीड सेट होने के बादकार इस टेक्नोलॉजी के जरिए कंट्रोल होती रहेगी, जो आसपास के ट्रैफ़िक स्पीड के अनुसार चलेगी। यानी अगर आपके सामने वाली कार 40 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से चल रही है, तो अडैप्टिव क्रूज़ कंट्रोल उस कार से सेफ़ दूरी बनाए रखेगा और आपकी कार की स्पीड को उसके अनुसार बनाए रखेगा। सबसे बड़ी बात यह है, कि इसमें ऑटोमैटिक ब्रेकिंग से ड्राइवर को कुछ नहीं करना पड़ता है और कार अपने आप धीमी हो जाएगी/रुक जाएगी।
नोट: - यहां इस टेक्नोलॉजी के उपयोग के संबंध में सावधानी बरतने की सलाह दी गई है क्योंकि इस पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है। इसे तभी लगाएं जब यह सेफ़ महसूस हो और ख़राब मौसम, बर्फ़, बारिश जैसे मौसम में इसे इस्तेमाल करने से बचे।
अनुवाद: गुलाब चौबे