भारत के कार निर्माता 1 अप्रैल से अपनी गाड़ियों की नई क़ीमतों की सूची जारी करने जा रही हैं। इस साल यह दूसरी दफ़ा है, जब ऑटो इंडस्ट्री अपनी गाड़ियों की क़ीमतों में इज़ाफ़ा कर रही है। कंपनी का कहना है, कि गाड़ियों को तैयार करने में लगने वाले प्लास्टिक, स्टील और एल्यूमीनियम के दाम बढ़ने से इसका असर गाड़ियों की क़ीमत पर पड़ा है। बता दे, कि 1 अप्रैल से पहले जिन ग्राहकों द्वारा गाड़ियों की बिलिंग की जा चुकी है, उन गाड़ियों पर नई क़ीमतें लागू नहीं की जाएंगी।
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता, मारुति सुज़ुकी पहली कंपनी है, जिसने 1 अप्रैल से गाड़ियों के दाम में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया था। यह क़ीमत मौजूदा शोरूम क़ीमत से छह से सात प्रतिशत अधिक होगी। यह क़ीमत मॉडल व वेरीएंट्स के अनुसार तय किए जाएंगे।
जैपनीज़ कार निर्माता, निसान ने अपनी योजना के तहत क़ीमत को बढ़ाने का फ़ैसला किया है। कंपनी द्वारा अभी बढ़े हुए क़ीमत की सूची जारी नहीं की गई है, लेकिन मॉडल और वेरीएंट्स के अनुसार प्राइज़ में इज़ाफ़ा किया जाएगा। गाड़ियों को तैयार करने में आ रहे अधिक ख़र्च की वजह से गाड़ियों के दाम में वृद्धि की जाएगी।
रेनो ने भी देश में अपनी गाड़ियों के दाम में इज़ाफ़ा करने का निर्णय लिया है। यह बढ़ी हुई क़ीमत हाल ही में लॉन्च हुई कॉम्पैक्ट एसयूवी काइगर पर भी लागू की जाएगी। कितने प्रतिशत तक दाम में बढ़ोतरी की जाएगी, इसकी जानकारी अभी सामने नहीं आई है। रेनो डीलर्स के अनुसार, क़ीमत में 10,000 रुपए से लेकर 15,000 रुपए तक वृद्धि देखने को मिल सकती है।
अप्रैल महीने से डैटसन ने भी गाड़ियों की क़ीमत को बढ़ाने का ऐलान किया है। कंपनी की मौजूदा सूची में गो, गो प्लस और रेडीगो है। मॉडल व वेरीएंट को देखते हुए बढ़ी हुई क़ीमत तय की जएगी।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) की योजना भी इस महीने से गाड़ियों के दाम में इज़ाफ़ा करेन की है। यह बढ़ी हुई क़ीमत 1 अप्रैल से लागू कर दी जाएंगी। वीइकल्स के प्रोडक्शन में आ रहे ख़र्च की वजह से दाम में वृद्धि की जा रही है।
मॉडल के अनुसार नई क़ीमतें जल्द ही जारी की जाएंगी।