कुछ साल पहले तक सीएनजी के काफ़ी काम विकल्प उपलब्ध थे। अब एक साल के अंदर कई सीएनजी वेरीएंट्स भारतीय कार बाज़ार में पेश हुए हैं। नीचे हमने टाटा अल्ट्रोज़ सीएनजी की तुलना मारुति बलेनो सीएनजी से की है।
इंजन और गियरबॉक्स
मारुति बलेनो सीएनजी में 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन है, जो 76bhp का पावर और 98.5Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसमें पांच-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स को जोड़ा गया है।
वहीं अल्ट्रोज़ सीएनजी में 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन है, जो 72bhp का पावर और 103Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इसमें पांच-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स को जोड़ा गया है। बलेनो का पावर अल्ट्रोज़ से 4bhp ज़्यादा है।
वेरीएंट्स
बलेनो सीएनजी डेल्टा और ज़ेटा वेरीएंट्स में उपलब्ध है। वहीं अल्ट्रोज़ सीएनजी में XE, XM+, XM+ (S), XZ, XZ+ (S) और XZ+ O (S) के छह वेरीएंट्स में ख़रीदी जा सकती है।
माइलेज
मारुति का दावा है, कि बलेनो सीएनजी 30.61 किमी/किलो का माइलेज देती है। अल्ट्रोज़ सीएनजी का माइलेज अभी सामने नहीं आया है, लेकिन यह क़रीब 25 किमी/किलो हो सकता है।
क़ीमतें
बलेनो डेल्टा और ज़ेटा सीएनजी की क़ीमत 8.35 लाख और 9.28 लाख रुपए है, जो पेट्रोल वेरीएंट्स से 90,000 रुपए ज़्यादा है।
अल्ट्रोज़ सीएनजी की क़ीमतें इस महीने सामने आएंगी और यह पेट्रोल वेरीएंट्स से 60,000 से 85,000 रुपए तक महंगी हो सकती है।
अनुवाद: विनय वाधवानी