कार को चलाते समय टायर के पंक्चर होने का ख़तरा हमेशा बना रहता है। ऐसे में अगर आपको टायर को बदलना नहीं आता है, तो आपको काफ़ी मुश्क़िल का सामना करना पड़ सकता है। इस आर्टिकल में हमने टायर बदलने की प्रक्रिया को आसान शब्दों में समझाया है। हमें यक़ीन है, कि यह आलेख आपको टायर बदलना ज़रूर सिखाएगा।
1. सबसे पहले जैक और स्पैनर को निकालते समय स्पेयर टायर को निकालें
हम अक्सर टायर ख़राब होने पर सबसे पहले वील के बोल्ट्स को ढीला करना शुरू कर देते हैं, जो कि ग़लत है। सबसे पहले स्पेयर टायर को बाहर निकाल कर कार को जैक करना चाहिए। साथ ही सुरक्षा के लिए कार के नीचे रख देना चाहिए, जिससे जैक के फिसलने पर आपको चोट ना पहुंचे।
2. कार पर दिए गए निशान पर जैक को जोड़ें
नए कार्स में जैक को जोड़ने के लिए एक पॉइंट यानी बिंदु दी जाती है। अगर आपको यह निशान नहीं मिल रहा है, तो वील के पास कार के नीचे हिस्से पर इसे जोड़ें। जैक को जोड़ते समय इस बात का ध्यान ज़रूर रखें, कि इसकी सतह पतली और मज़बूत हो, ताक़ि कार के वज़न से जैक दब कर नीचे ना गिरे।
3. जैक से कार को ऊपर करने से पहले बोल्ट्स को ढीला करें
वील के बोल्ट्स की पकड़ बहुत मज़बूत होती है, जिसे ढीला करने के लिए बहुत ज़्यादा ज़ोर लगाना पड़ता है। इन बोल्ट्स को खोलने के लिए स्पैनर के ऊपर खड़ा भी होना पड़ सकता है। जैक से कार को ऊपर उठाने के बाद इस पर ज़ोर लगाना ख़तरनाक साबित हो सकता है। इसलिए बोल्ट्स को ढीला करने के बाद ही जैक से गाड़ी को ऊपर करें।
4. गाड़ी को इतना ऊपर करें, कि वील पूरी तरह से ज़मीन से ऊपर उठ जाए
पुराने टायर को हटाकर स्पेयर या नए टायर को गाड़ी पर लगाने के लिए यह ज़रूरी है, कि वील ज़मीन से थोड़ा ऊपर हो। इससे आप टायर को लगाने के बाद चेक भी कर पाएंगे।
टायर के बोल्ट्स को टाइट, गाड़ी को जैक से हटाने के बाद ही करें, ताकि आप बिना किसी ख़तरे के बोल्ट्स पर ज़ोर लगा सकें। टायर लगाने के बाद पुराने टायर, जैक और स्पैनर किट को वापस अपनी जगह पर रख दें। अगर आप रात में टायर बदल रहे हैं, त रिपेयर किट के साथ गाड़ी में मिलने वाले रिफ़्लेक्टर को खोलकर गाड़ी से 20 फ़ीट की दूरी पर रख दें, ताकि आने वाली गाड़ियों को संकेत मिल सके। साथ ही गाड़ी को किनारे पर पार्क करें और हज़ार्ड लाइट्स को चालू करना ना भूलें।