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परिचय
ऑल-न्यू महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन लॉन्च से पहले ही काफ़ी चर्चा में रही है। स्कॉर्पियो-एन के बारे में काफ़ी कुछ कहा और लिखा गया है। इसे कंपनी द्वारा कुछ महीने पहले ही आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया गया है। बता दें की इसकी बुकिंग्स शुरू होते ही एक मिनट में 25,000 यूनिट्स बुक हुए थे और काफ़ी इंतज़ार के बाद कंपनी ने इसकी डिलिवरी शुरू कर दी है।
स्कॉर्पियो-एन के डीज़ल ऑटोमैटिक और पेट्रोल ऑटोमैटिक को कारवाले टीम द्वारा ड्राइव किया गया और स्कॉर्पियो-एन के साथ सफ़र काफ़ी सकारात्मक भरा रहा।
स्कॉर्पियो-एन की ख़ास बातें
इसके अंदर बड़े सीट्स हैं, जो यात्रियों के लिए ना सिर्फ़ अनुकूल हैं, बल्कि लंबी यात्रा के दौरान भी इसमें आराम महसूस होता है और थकावट नहीं होती। इसका मुख्य कारण इसमें मौजूद ज़्यादा स्पेस है। दूसरी रो में तीन यात्री बड़े आराम से बैठ सकते हैं। तीसरी रो में महिंद्रा ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सामने की ओर सीट्स को चुना है।
इसके अंदर स्टीयरिंग में काफ़ी कंट्रोल्स बटन दिए गए हैं, पहले की तरह ही ड्राइवर्स डिस्प्ले के लिए एनलॉग डायल्स मौजूद हैं। बीच में दिए गए डिजिटल स्क्रीन से हर ज़रूरी जानकारी मिल जाती है। सेंटर कंसोल के नीचे वायरलेस चार्जर पैड के लिए स्पेस दिया गया है। इसमें यूएसबी-ए पोर्ट्स को शामिल किया गया है।
सेंटर कंसोल में दो कप होल्डर्स है, जिसमें एक लीटर के बॉटल रखे जा सकते हैं। साथ ही ड्राइवर्स आर्मरेस्ट में भी काफ़ी स्टोरेज बिन मिल जाता है। गर्मी के दिनों में कूल्ड ग्लव बॉक्स में दो पानी के बॉटल्स रखे जा सकते हैं। इसके अलावा डोर पैड्स पर भी आपको कई बॉटल होल्डर्स मिल जाते हैं।
क्या है कमी?
तीसरी रो में बहुत ज़्यादा स्पेस नहीं मिलता, जिससे बैठने में असुविधा होती है, यह बच्चों के लिए बेहतर सीट्स हैं। शहर में जहां जगह की कमी होती है, ऐसे में स्कॉर्पियो-एन को पार्क करना बड़ी चुनौती है और ख़ास तौर पर नए ड्राइवर्स के लिए। 360-डिग्री कैमरा ना होने पर मुश्क़िलें और बढ़ जाती हैं। साथ ही वायरलेस चार्जर पैड पर फ़ोन रखने से फ़ोन का स्क्रीन दिखाई नहीं देता और इसके अलावा फ़ोन को रखने के लिए अच्छा स्पेस नहीं मिलता।
इंजन परफ़ॉर्मेंस और माइलेज
स्कॉर्पियो-एन का ना सिर्फ़ पेट्रोल इंजन बल्कि नया डीज़ल इंजन भी काफ़ी बेहतर परफ़ॉर्म करता है। इसके चार-सिलेंडर डीज़ल इंजन में टॉर्क कन्वर्टर शामिल है, जो गड़गड़ाहट को कम करता है और स्पीड ब्रेकर की तरह ही आसानी से पहाड़ी रास्तों में चढ़ने में सक्षम है। हाइवे पर भी इसकी क्रूज़िंग की क्षमता ज़बरदस्त है। ख़राब सड़कों पर जहां हम स्पीड को धीरे कर सावधानी से आगे बढ़ते हैं, वहीं स्कॉर्पियो-एन बिना किसी परेशानी के रफ़्तार से आगे बढ़ती है। पहली बार स्कॉर्पियो में शामिल पेट्रोल इंजन भी यात्रा को अच्छा महसूस कराता है और थकावट महसूस नहीं होती।
स्टैंडर्ड स्कॉर्पियो की तुलना में इसके ड्राइविंग डाइनेमिक्स काफ़ी सराहनीय हैं और इसमें मौजूद कंट्रोल्स ड्राइविंग को और आसान बनाते हैं।
स्कॉर्पियो-एन के दोनों इंजन को कारवाले द्वारा टेस्ट किया गया है। बता दें, कि इसमें 2.2-लीटर एमहॉक डीज़ल इंजन है, जो 130bhp का पावर और 400Nm का टॉर्क जनरेट करता है। शहर में यह 12.16 किमी प्रति लीटर और हाइवे पर 14.64 किमी प्रति लीटर का माइलेज देता है। दूसरा 2.0-लीटर एमस्टैलियन टीजीडीआई ऑटोमैटिक इंजन है, जो 200bhp का पावर और 380Nm का टॉर्क प्रोड्यूस करता है। शहर में इसकी फ़्यूल इफ़िशंसी 8.34 किमी प्रति लीटर है, वहीं हाइवे पर यह 11.17 किमी प्रति लीटर का माइलेज देता है।
कौन से हैं ज़रूरी फ़ीचर्स
इसमें ऐप्पल कारप्ले व ऐंड्रॉइड ऑटो के साथ आठ-इंच का टचस्क्रीन इंफ़ोटेमेंट सिस्टम, सोनी साउंड सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक-एड्जस्टेबल ड्राइवर सीट, बड़ा सनरूफ़, क्रूज़ कंट्रोल, इंजन-स्टार्ट बटन, इलेक्ट्रिक मिरर्स, दो-ज़ोन के क्लाइमेट कंट्रोल, दूसरी रो के लिए एसी वेन्ट्स और आगे पार्किंग सेंसर्स मौजूद हैं।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसमें छह एयरबैग्स, एबीएस व ईएसपी, हिल होल्ड फ़ंक्शन, आइसोफ़िक्स एंकर पॉइंट्स, चारों पहियों में डिस्क ब्रेक्स और ड्राइवर के नींद का पता लगाने वाला अलर्ट जैसे सुरक्षा फ़ीचर्स दिए गए हैं।
हैरानी की बात यह है, कि इसमें ऑटो डिमिंग आइआरवीएम, स्टीयरिंग के लिए एड्जस्टमेंट, ड्राइवर्स के लिए ऑटो-अप विंडोज़ जैसे ज़रूरी फ़ीचर्स नहीं दिए। इसके अलावा स्कॉर्पियो-एन में मौजूद वेन्टिलेटेड सीट्स और 360-डिग्री कैमरा जैसे फ़ीचर्स स्कॉर्पयो-एन के सफ़र को यादगार बनने में सहायक रहे।
वॉरंटी
महिंद्रा की स्टैंडर्ड वॉरंटी के अंतर्गत स्कॉर्पियो-एन में तीन साल और अनलिमिटेड किलोमीटर्स की वॉरंटी मिल रही है। इसमें 24/7 रोडसाइड असिस्टेंस भी शामिल है। साथ ही इसमें इक्सटेंडेड वॉरंटी का लाभ भी उठा सकते हैं।
निष्कर्ष
महिंद्रा स्कॉर्पियो ग्राहकों द्वारा हमेशा से पसंद की जाती रही है। इसकी कामयाबी को देखते हुए इसे स्कॉर्पियो-एन के नए अवतार में पेश किया गया है, जिसमें कई एड्वासं फ़ीचर्स और नए डिज़ाइन देखने को मिल जाते हैं। इसमें दो इंजन उपलब्ध हैं और इसका परफ़ॉर्मेंस यात्रा को यादगार बनाने में सक्षम है। वहीं इसके अंदर काफ़ी स्पेस और सुविधा मिला जाती है। लंबी दूरी की यात्रा में थकावट महसूस नहीं होता। छुट्टियों में सैर के लिए यह गाड़ी परफ़ैक्ट है।
अनुवाद- धीरज गिरी