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परिचय
महिंद्रा की नई स्कॉर्पियो-एन पहले ही मार्केट में काफ़ी चर्चा में बनी हुई है। ऐसे में अब कंपनी महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक को पेश कर रही है। पिछले दो दशक से ग्राहकों की पसंद रही स्कॉर्पियो के साथ अब क्लासिक का नाम जोड़ दिया गया है, जिसे स्कॉर्पियो-एन के साथ बेचा जाएगा। इसे दो वेरीएंट्स में ऑफ़र किया जाएगा। इसमें अतिरिक्त नए फ़ीचर्स, ज़्यादा सीट विकल्प और बेहतर इंजन मौजूद है।
कैसी दिखती है बाहर से?
साल 2017 के बाद से पहली बार सकॉर्पियो में बदलाव किया गया है। इसमें लंबवत क्रोम स्लैट्स के साथ नया ग्रिल और सेंटर पर नया ट्विन पीक्स ब्रैंड लोगो को शामिल किया गया है। इसमें पहले की तरह ही आईब्रो-आकार के एलिमेंट्स के साथ प्रोजेक्टर हेडलैम्प्स, वहीं बम्पर में आड़े एलईडी डीआरएल्स, छोटे फ़ॉग लैम्प्स और सिल्वर स्किड प्लेट को शमिल कर अपडेट किया गया है।
इसके साइड में आगे के डोर्स पर स्कॉर्पियो बैज के साथ दोहरे रंग के साइड क्लैडिंग मौजूद हैं, वहीं सिल्वर व ब्लैक फ़िनिश के 17-इंच के अलॉय वील्स इसे आकर्षक बनाते हैं। साथ ही ब्लैक रूफ़ रेल्स और बॉडी कलर के वील आर्चेस इसके लुक को स्टाइलिश बनाते हैं।
इसके पीछे के हिस्से में ज़्यादा बदलाव नहीं किए गए हैं। अब इसके लंबवत रिफ़्लेक्टर्स को डबल डी-आकार टेल लैम्प्स के ऊपर रखा गया है। साथ ही पीछे वाइपर व फ़ुटस्टेप के साथ साइडवे औपनिंग टेलगेट पर ‘स्कॉर्पियो क्लासिक’ बैज दिया गया है।
अंदर कौन से बदलाव किए गए हैं?
क्लासिक के अंदर बाएं एयरकॉन वेन्टस के पास सिग्नेचर ‘स्कॉर्पियो’ बैज के साथ दोहरे बेज व ब्लैक थीम शामिल किए गए हैं। इसके डैशबोर्ड, डोर पैड्स और स्टीयरिंग वील पर ग्लॉस ब्लैक इन्सर्ट्स के साथ सिल्वर एक्सेंट दिया गया है। इसके अतिरिक्त सेंटर कंसोल में गियर लीवर के चारों ओर वूडन एलिमेंट्स दिए गए हैं।
महिंद्रा ने हेडरेस्ट्स और सीट बेस पर गद्देदार पैटर्न के साथ हल्के क्रीम रंग की फ़ैब्रिक सीट अपहोल्स्ट्री को चुना है। स्कॉर्पियो क्लासिक सात व नौ सीट में ऑफ़र की जाएगी। नौ-सीट का विकल्प सिर्फ़ ‘S’ वेरीएंट में उपलब्ध है। सात सीट का विकल्प दो तरह से बांटा गया है। पहला 2+2+3 का विकल्प है, जिसमें दूसरी रो में कैप्टन सीट्स दिया गया है। इन सीट्स को सामने की तरफ़ तीसरे रो की सीट्स के लिए मोड़ व झुका के हैं। दूसरा पीछे की रो के लिए बीच में साइड की तरफ़ जम्पर सीट्स के साथ 2+3+2 का विकल्प दिया गया है।
इसके सभी दरवाज़ाे में एक लीटर बॉटल होल्डर्स, मोबाइल होल्डर और सीटबैक पॉकेट्स को फ़िट किया गया है। छह सीट वर्ज़न में अलग-अलग आर्मरेस्ट्स और सात सीट वर्ज़न में दूसरी व तीसरी रो में सेंटर आर्मरेस्ट्स दिया गया है।
कौन से हैं नए फ़ीचर्स?
क्लासिक में छोटे की जगह बड़ा नौ इंच का इंफ़ोटेन्मेंट सिस्टम है। इसमें पहले कंट्रोल्स बटन हुआ करते थे, जो अब पूरी तरह से 16जीबी इंटरनल स्टोरेज के साथ टचस्क्रीन में बदल दिए गए हैं। इसके अलावा इसमें स्टीयरिंग से जुड़े कंट्रोल्स के साथ फ़ोन मिररिंग, ब्लूटुथ, ऑक्स और यूएसबी कनेक्टिविटी दी गई है।
दिलचस्प बात यह है, कि इसमें सुविधा को बढ़ाते हुए पावर विंडो में अपडेट किया गया है। अब ड्राइवर इंजन को बंद करने के बाद भी 25 सेकेंड्स तक पावर विंडो का इस्तेमाल कर सकता है। इसके अलावा डोर्स को लॉक करने पर ड्राइवर साइड के विंडो भी बंद हो जाते है। यह सुविधा सिर्फ़ ड्राइवर साइड विंडो तक सीमित है।
इसके अलावा इसमें पीछे एसी वेन्ट्स के साथ ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल,सनग्लास होल्डर, लेदरेट स्टीयरिंग वील, हाइट-एड्जस्टेबल ड्राइवर सीट, इलेक्ट्रिकली-एड्जस्टेबल ओआरवीएम्स और क्रूज़ कंट्रोल जैसे नए फ़ीचर्स ऑफ़र किए जा रहे हैं।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसमें पैनिक ब्रेक इंडिकेशन, सीट बेल्ट रिमाइंडर, एबीएस, ऑटो डोर लॉक और स्पीड अलर्ट जैसे फ़ीचर्स दिए गए हैं। हैरानी की बात यह है, कि इसमें स्टैंडर्ड तौर पर आगे दो एयरबैग्स ऑफ़र किए जा रहे हैं। साइड व कर्टेन एयरबैग्स को शामिल करने से इसके सुरक्षा में और इज़ाफ़ा होगा।
इंजन
महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक में पहले की तरह ही सिर्फ़ डीज़ल इंजन ऑफ़र किया जा रहा है, लेकिन यह मौजूदा स्कॉर्पियो से अलग इंजन है। अब इसमें थार की तरह 2.2-लीटर एमहॉक 130 डीज़ल इंजन है, जो पहले से वज़न में 55 किलोग्राम कम है। यह इंजन 130bhp का पावर और 300Nm का टॉर्क जनरेट करता है।
इसके पावर में 7bhp और टॉर्क में 19Nm की कमी आई है। उम्मीद है, कि यह मोटर पहले से काफ़ी किफ़ाती होगा। इसमें सिर्फ़ छह-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स को जोड़ा गया है। इसमें ऑटोमैटिक ट्रैंस्मिशन शामिल नहीं है।
क्या होगी क़ीमत?
महिंद्रा इस महीने के अंत तक इस गाड़ी की क़ीमत का ऐलान करेगी। कई अपडेट्स के चलते माना जा रहा है, कि S व S11 पहले से 30,000 रुपए से 50,000 रुपए तक महंगी मिलेगी।
इसकी टक्कर टाटा हैरियर, एमजी हेक्टर, हुंडई क्रेटा और किआ सेल्टोस से होगी।
अनुवाद- धीरज गिरी