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हमने हाल ही में हृयूंडे ग्रैंड i10 नियॉस और फ़ोर्ड फ़ीगो के फ़्यूल इफ़िशंसी की तुलना की थी। हम समझते हैं, कि फ़्यूल इफ़िशंसी किसी भी गाड़ी को ख़रीदते वक़्त सबसे अहम मुद्दा होता है। लेकिन कार की केबिन वह जगह होती है, जहां आप सफ़र के दौरान अपना सबसे ज़्यादा वक़्त गुज़ारते हैं। यहां हम आपको दो हैचबैक्स के बीच के इंटीरियर के माप यानी लंबाई-चौड़ाई की तुलना करके बता रहे हैं, कि दोनों में से कौन-सी बेहतर है। दोनों ही गाड़ियों का इंटीरियर कॉम्पैक्ट और आकर्षक है।
केबिन स्पेस-सामने का हिस्सा
बाहर से देखने में फ़ोर्ड फ़ीगो, ग्रैंड i10 नियॉस से बड़ी है, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं कि यह हृयूंडे से बेहतर मॉडल है। नियॉस में 860mm के साथ बेहतर लेगरूम दिया गया है। वहीं फ़ीगो में शोल्डर रूम ज़्यादा अच्छा है और बैकरेस्ट 630mm ऊंचा है।
केबिन स्पेस-पिछला हिस्सा
हालांकि दोनों गाड़ियों के सामने के स्पेस में बहुत ज़्यादा अंतर नहीं है, लेकिन ज़ाहिर है, कि आंकड़ों में फ़ोर्ड फ़ीगो ही विजेता है। इस मॉडल को नियॉस की तुलना में 20mm ज़्यादा लेगरूम और 30mm ज़्यादा हेडरूम मिला हुआ है। लेकिन जब बात शोल्डर रूम की होती है, तो इसका कोई मुक़ाबला ही नहीं है। इसमें हृयूंडे के मुक़ाबले 100mm ज़्यादा यानी 1290mm का शोल्डर रूम दिया गया है। वहीं नियॉस का जांघों के लिए दिया गया सपोर्ट थोड़ा बेहतर है, जिससे पीछे बैठने वालों को ज़्यादा सुविधा मिलती है।
बूट स्पेस की क्षमता
इस मामले में दोनों गाड़ियों की बूट की क्षमता लगभग एक जैसी ही है, लेकिन नियॉस में 260-लीटर के साथ फ़ीगो के मुक़ाबले (257-लीटर) बड़ा बूट स्पेस मिला हुआ है। नियॉस की लोडिंग लिप की ऊंचाई 750mm है, जिसका मतलब है, कि आपको लगेज रखते वक़्त ज़्यादा मेहनत करनी पड़ेगी।
निष्कर्ष
दोनों ही गाड़ियों के इंटीरियर केबिन की लंबाई-चौड़ाई में बहुत ज़्यादा अंतर नहीं है, लेकिन फ़ोर्ड फ़ीगो का माप बेहतर है और इसका इंटीरियर ग्रैंड i10 के मुक़ाबले लंबा व चौड़ा है।