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हृयूंडे वर्ना फ़ेसलिफ़्ट को कड़ी टक्कर देने के लिए हौंडा ने बाज़ार में अपनी नई-जनरेशन सिटी को उतारा है। हमने दोनों ही गाड़ियां चलाई हैं और इनके रिव्यू हमारे ऑनलाइन साइट पर उपलब्ध है। हालांकि पांचवे-जनरेशन की सिटी का साइज़ बड़ा हो गया है, अब इसके केबिन में पहले के मुक़ाबले ज़्यादा जगह है। वहीं दूसरी ओर केबिन के पिछले हिस्से में वर्ना ने बाज़ी मार ली है। सी-सेग्मेंट में मौजूद इन दो नई गाड़ियों के केबिन स्पेस के बारे में और भी जानने के लिए हमने दोनों की लंबाई-चौड़ाई की तुलना की है। अब आप ही तय करें, कि इनमें से कौन-सी गाड़ी है बेहतर?
सामने की केबिन का स्पेस
शुरुआत में दोनों सिडैन्स सामने की ओर एक जैसा ही स्पेस ऑफ़र करते हैं। और यदि हम आंकड़ों की ओर भी देखें, तो दोनों में बहुत ज़्यादा अंतर नहीं है। इस बात का उल्लेख करना ज़रूरी है, कि लेगरूम के मामले में हौंडा सिटी ने हृयूंडे को काफ़ी पीछे छोड़ दिया है। हृयूंडे टर्बो का केबिन पूरी तरह से काले रंग का है, तो वहीं स्टैंडर्ड वर्ज़न में हौंडा सिटी की ही तरह ब्लैक-बेज शेड का इंटीरियर दिया गया है। नई जनरेशन मॉडल सिटी में दोबारा डिज़ाइन किया गया केबिन और कई नए फ़ीचर्स शामिल किए गए हैं। अब बात करें हृयूंडे वर्ना की तो इसमें कई नए इक्विपमेंट जोड़े गए हैं। इसमें वायरलेस चार्जिंग, कूल्ड फ्रंट सीट्स और ओआरवीएम पर कनेक्टेड कार बटन्स दिए गए हैं। सिटी में अब तक यह फ़ीचर उपलब्ध नहीं है। दोनों गाड़ियों में डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर दिया गया है। हमें सिटी का नया टचस्क्रीन इंफ़ोटेन्मेंट सिस्टम काफ़ी पसंद आया, लेकिन वर्ना का सिस्टम भीड़ में अपनी अलग पहचान बनाए हुए है।
पिछले केबिन का स्पेस
दोनों गाड़ियों में जो सबसे बड़ा अंतर है, वह है पिछले केबिन की लंबाई-चौड़ाई का। सिटी का बड़ा दरवाज़ा, वर्ना के मुक़ाबले गाड़ी में प्रवेश करना काफ़ी आसान बनाता है। हौंडा का लेगरूम 960/720mm है, वहीं वर्ना का लेगरूम 810/580mm के साथ हौंडा से काफ़ी छोटा है। वहीं सिटी में 91mm का बड़ा हेडरूम है। वर्ना में 87mm का हेडरूम दिया गया है। सिटी अपनी पिछली सीट पर एड्जस्ट कर सकने योग्य हेडरेस्ट देता है और आगे दिए गए फ़िक्स्ड हेडरेस्ट भी उतने ही आरामदेह हैं, जितने की पिछले एड्जस्ट कर सकने वाले हेडरेस्ट। दोनों ही सिडैन में कम्फ़र्टेबल और सुविधाजनक सीट्स दिए गए हैं, जो बैठने में काफ़ी आरामदेह हैं। लेकिन यदि पिछली सीट पर तीन लोगों के बैठने की कम्फ़र्ट की बात करें, तो दोनों ही कार इस मामले में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएं। दोनों गाड़ियों में पीछे की ओर एसी वेन्ट्स दिए गए हैं। वर्ना में यूएसबी पोर्ट और सिटी में दो 12V के आउटलेट्स दिए गए हैं।
बूट स्पेस
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि पिछली केबिन का स्पेस वर्ना में सिटी के मुक़ाबले कम है, लेकिन वर्ना अपनी इस कमी को बड़े बूट स्पेस के साथ पूरा करती है। दोनों गाड़ियों में आप तीन मीडियम-साइज़ सूटकेस आसानी से रख सकते हैं या फिर दो सूटकेस और कुछ डफ़ल बैग्स व छोटे-मोटे आइटम्स आराम से रखने की जगह मिल जाएगी। दोनों सिडैन्स की लोडिंग लिप नीचे है।
निष्कर्ष
यदि आप बड़े केबिन की तलाश में हैं, तो न्यू सिटी एक बेहतरीन विकल्प है। यह बड़ी, कम्फ़र्टेबल और खुली-खुली है। हालांकि हृयूंडे वर्ना सेग्मेंट में उपलब्ध सबसे अनूठे इक्विपमेंट्स और अन्य फ़ीचर्स मुहैया कराती है, जो इसे एक अच्छा पैकेज बनाता है।