सेहतमंद बैटरी, ख़ुशहाल कार
आपकी कार की बैटरी की उम्र और कार्यक्षमता दोनों मौसम के अनुसार प्रभावित होती हैं। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं, जो आपकी बैटरी को हर मौसम में मेन्टेंड रखने में मदद करेंगे, साथ ही इलेक्ट्रिक वीइकल्स के लिए भी महत्वपूर्ण जानकारी शामिल है।
गर्मियों में बैटरी की देखभाल
गर्मी के मौसम में बैटरी अधिक गर्म हो जाती है, जिससे इसके इलेक्ट्रोलाइट स्तर में कमी आ सकती है। गर्मी का मौसम ना भी हो, लेकिन आपके इलाक़े में पारा हमेशा चढ़ा हुआ रहता है, तब भी आपको अपनी बैटरी का ख़्याल इन टिप्स की मदद से रखना चाहिए।
इलेक्ट्रोलाइट स्तर की जांच करें: नियमित रूप से बैटरी के इलेक्ट्रोलाइट स्तर की जांच करें। यदि स्तर कम हो, तो डिस्टिल्ड वॉटर का इस्तेमाल करके इसे टॉप अप करें।
फूलने की जांच करें: बैटरी के किनारों को देखें—यदि कोई भी हिस्सा फूला हुआ हो, तो यह बैटरी के ख़राब होने की ओर इशारा करता है। 'अगर बैटरी का कोई भी हिस्सा फूला हुआ हो, तो समझ जाएं कि, इसे बदलने का वक़्त आ गया है। कोशिश करें कि, आप अपनी कार को छाया में पार्क करें। इससे न केवल गाड़ी को ठंडा रखने में मदद मिलती है, बल्कि इसकी बैटरी की लाइफ़ भी बनी रहती है।' कहना है, हिमांशु अरोरा, सीईओ और सीओ फ़ाउंडर गोमकैनिक।
छाया में पार्किंग करें: अपनी कार को छाया में पार्क करें। यह न केवल कार को ठंडा रखता है, बल्कि बैटरी की उम्र भी बढ़ाता है। रिसर्च से पता चला है कि उच्च तापमान बैटरी के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है।
मॉनसून में बैटरी की देखभाल
बरसात के मौसम में, बैटरी को विशेष देखभाल की ज़रूरत होती है:
पूर्व-बरसात चेकअप: बारिश शुरू होने से पहले अपनी कार की बैटरी और अन्य घटकों की अच्छी तरह से जांच कराएं।
आर्द्रता की जांच करें: यदि आपके क्षेत्र में उच्च आर्द्रता है और गाड़ी लंबे समय तक खड़ी रहने वाली है, तो बैटरी को निकालकर सुरक्षित जगह पर रख दें। आर्द्रता से बैटरी में करोज़न हो सकती है।
इलेक्ट्रिक ईवीज़ के लिए सुझाव
ईवीज़ को मेन्टेन करना बहुत चुनौतीपूर्ण नहीं होता। यहां पर हम ईवीज़ की देखरेख के लिए कुछ सुझाव दे रहे हैं:
स्मूद ड्राइविंग: ईवी को धीरे-धीरे चलाना बैटरी की लाइफ़ बढ़ाता है। ज़्यादा स्पीडिंग करने से ड्राइविंग करने पर बैटरी जल्दी डिस्चार्ज होती है।
ज़रूरी पेपर वर्क टिप्स
कार बैटरीज़ के लिए आपको कई सारे पेपरवर्क और रेगुलेशन्स का भी ध्यान रखना होता है। जिसमें आपकी बैटरी की ख़रीद, डिस्पोज़ल और वॉरंटी जैसे पहलु शामिल होते हैं। यहां इसी से जुड़े कुछ टिप्स आपको दे रहे हैं:
- हमेशा अपनी नई बैटरी की बिक्री के लिए इनवॉइस/बिल ज़रूर लें, जिसमें मॉडल, सीरियल नंबर और ख़रीद की तारीख़ लिखी हुई हो।
- पुरानी बैटरी को कैसे अधिकृत डीलर या रिसाइकलिंग सेंटर पर डिस्पोज़ करने के तरीक़े से जुड़ी सारी जानकारी इकट्ठा करें।
कुछ और टिप्स
केवल बैटरी पर निर्भर ना रहें: जब गाड़ी खड़ी हो तो, केवल बैटरी पर गाड़ी के फ़ंक्शन्स का इस्तेमाल करने से बचें। क्योंकि, अगर बैटरी पूरी तरह से डिस्चार्ज हो गई तो गाड़ी को शुरू नहीं किया जा सकेगा और संभवत: जम्प स्टार्ट करने की ज़रूरत पड़ सकती है। इससे गाड़ी की बैटरी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
लाइट्स बंद रखें: गाड़ी लॉक करने पर इंटीरियर की लाइट्स और हेडलैम्प्स बंद हो, इसे ज़रूर जांचें, वर्ना ये आपकी बैटरी की चार्जिंग को पूरी तरह से निचोड़ लेगी। वैसे तो आजकल की कार्स में इंटीरियर लाइट्स और हेडलाइट्स चालू रह जाने पर उन्हें बंद करने का रिमाइंडर दिया जाने लगा है।