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परिचय
टायर साइज़ और ब्रैंड: 255/65 R18, सीएट सीज़ार एटी
ग्राउंड क्लीयरेंस: 226mm
ऑफ़-रोड गियर: लो रेंज के साथ 4डब्ल्यूडी
क़ीमत: 17.04 लाख रुपए, ऑन-रोड दिल्ली
साल 2022 में महिंद्रा थार दूसरी जनरेशन ने भारतीय बाज़ार में क़दम रखा था। ऑफ़-रोड डे 2021 के लिए हमारी कार फ़ुली-लोडेड हार्डटॉप LX डीज़ल मैनुअल थी। इसमें 2.2-लीटर का चार-सिलेंडर डीज़ल इंजन है, जो 130bhp का पावर और 300Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इस इंजन में छह-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ-साथ 4X4 टेक्नोलॉजी को जोड़ा गया है।
ऑटोमैटिक लॉकिंग डिफ़रेंशियल, 2H, 4H व 4L के बीच स्विच होने वाले मैनुअल-शिफ़्ट ट्रांसफ़र, हिल-होल्ड और हिल डिसेंट कंट्रोल के साथ ऑफ़-रोड हार्डवेयर से भरपूर है। इसे लेडर-ऑन-फ्रेम चेसिस में, लेकिन मॉडर्न सस्पेंशन (सड़क के अनुकूल बनाने के लिए) और ब्रेक्स के साथ तैयार की गई है। थार 255/65 सीएट सीज़ार टॉल टेरेन टायर्स पर दौड़ती है, जिसमें कार की क्षमता को बढ़ाने के लिए मड-प्लगर व ड्युन बैशिंग स्टांस को दिया गया है।
इसका ग्राउंड क्लियरेंस 226mm, एप्रोच एंगल 41.8-डिग्री, डिपार्चर एंगल 36.8-डिग्री और रैम्प ओवर एंगल 27-डिग्री है, जो मेकैनिकल के स्तर को बेहतर बनाती है। इसके अलावा टेक्नोलॉजी को आकर्षक करने के लिए इसमें टीपीएमए, टचस्क्रीन सिस्टम व कलर एमआईडी में ऑफ़-रोड मेन्यू और सेक्शन्स दिए गए हैं। इन मेन्यूज़ में एंगल्स, स्टीयरिंग दिशा और जी-फ़ोर्सेस को देख सकते हैं।
ऑफ़-रोड के दौरान कैसा रहा?
इसकी शुरुआत मैं एक प्रश्न पूछकर करना चाहता हूं, जिसमें मैं यह पूछना चाहता हूं, कि आप उस चीज़ का आकलन कैसे करते है, जो पहले से ही योग्य हो? थार उन्ही में से एक है, जिसे ऑल टाइम ग्रेटेस्ट (गोट) की श्रेणी में रखना ग़लत नहीं होगा और इसमें इस्तेमाल किए गए हार्डवेयर व आंकड़े इसे सच साबित करते हैं।
ऑफ़-रोड में जाते समय जो सबसे मूलभूत बातें हैं, वो है इंजन ज़बरदस्त हो और तुरंत प्रतिक्रिया करे। 300Nm टॉर्क रेंज में काफ़ी कम है और इसलिए हमने पूरे समय इसे बिना क्लच के 4H में रखा , जिससे कार अपने आप सामान गति से बढ़ने लगी।
गियर शिफ़्ट ऑफ़ रोड के अनुकूल था। शायद ही कोई टर्बो मध्यम रहा हो और शुरुआती शॉर्ट गियरिंग ट्विस्टी टेरेन के पक्ष में था, जिसे हमने ऑफ़-रोड स्थान पर अनुभव किया। आप किसी प्रकार के बाधा के दौरान अपने चाल को नहीं खोते और आत्मविश्वास से भरे रहते हैं। धीमी गति में स्टीयरिंग धीमें हो जाता है, जो कठिन परिस्थिती के सहायक नज़र आता है। घूमावदार रास्तों को इसने 42 सेकेंड्स में पूरा किया और चार पेनल्टी के चलते सूची में तीसरी सबसे धीमी कार रही।
थार का फ़ायदा यह रहा, कि यह बाक़ी चारों में सबसे छोटी कार थी, जिससे कई रुकावटों में भी यह तेज़ी से आगे बढ़ती रही। यह सिर्फ़ रैंगलर से पीछे रह गई, क्योंकि इसके आगे के वील्स में बड़ा टर्निंग एंगल दिया गया है। थार का हिल-होल्ड फ़क्शन बेहतर होने से ढलाव में बिना स्लिप किए बेहतर काम किया, लेकिन क्लच पर पैरों को थोड़ा चलाना पड़ा। इस कार को जिमखाना पर शॉर्टकट के लिए उपयोग किया गया था और 1.37.0 समय में रस्ता तय किया, जो रैंगलर रुबिकॉन से ही पीछे रही, जिसने अपनी यात्रा 1.32.0 सेकेंड्स में पूरी की।
सिएट सीज़ार टायर्स का ग्रिप काफ़ी दमदार था और किसी भी टेरेन में फ़िसलन की अनुभूति नहीं हुई। इसका मॉर्डन सस्पेंशन उबड़-खाबड़ रास्तों में भी यात्रा को मज़ेदार बनाने में सहायता करता है।
टेरेन में आसानी से दौड़ती थार ने ऑफ़-रोड में नए उत्साह को पैदा किया। ऊंचा क्लीयरेंस, आसानी से टॉर्क की उपलब्धता, हिल होल्ड फ़ंक्शन और ब्रेक लॉकिंग डिफ़रेंशिसल जैसे ख़ास टूल्स ड्राइविंग की क्षमता को बढ़ाते हैं। वहीं शिफ़्ट-ऑन-द-फ़्लाई मशीन के चलते थार पुरानी नज़र आती है। इसके सेंटर कंसोल पर 2H , नैचुरल और 4L ड्राइव विकल्पों में स्विच करने के लिए लीवर मौजूद है। लीवर के हार्ड होने के चलते इसे 4L ड्राइव पर ले जाने के लिए काफ़ी दबाव देना पड़ता है।
ऑफ़-रोड व कम वीलबेस के चलते थार के एक्सीलरेशन व ब्रेकिंग टेस्ट को सबसे ऊपर रखा गया। इसके पीछे के डिस्क्स को काफ़ी पसंद किया गया, लेकिन सच कहें, तो इसे रोकने के लिए अतिरिक्त पावर की ज़रूरत नहीं दिखाई पड़ती। थार 5.1 सेकेंड्स में 0-40-0 टेस्ट करने में कामयाब रही, जिसमें 28.1-मीटर की दूरी तय की गई, जो स्कोडा कोडिएक से थोड़ा आगे रही, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स के बड़े सेट व पीछे डिस्क्स है, लेकिन यह रोड टायर्स पर दौड़ती है। वहीं बीकर टेस्ट में 500 मिली लीटर में से 120 मिली लीटर का ख़र्च हुआ।
जिमखाना व टेस्ट्स
वी-क्रॉस के अलावा एकमात्र मैनुअल होने के बावजूद थार जिमखाना के अंतर्गत काफ़ी बेहतरीन साबित हुई और टेस्ट के दौरान पांच एसयूवीज़ में थार दूसरे नंबर पर रही। मेनुअल होने के चलते कुछ ड्राइवर क्लच व गियरशिफ़्टर्स पर ध्यान देते हैं, जिससे मैनुअल में अधिक लाभ ना होने के कारण इसकी अवधि पर असर पड़ता है। हिल-होल्ड फ़ीचर, सीएट एटी टायर्स, लंबाई-चौड़ाई में कम और शानदार क्लीयरेंस व एप्रोच एंगल की वजह से फ़िसलन भरी चढा़ई से ‘शॉर्टकट’ व उसके बाद ख़ुरदरे पत्थरों भरे रास्तों में थार बड़ी आसानी से गुजरती है।
निष्कर्ष
नई दूसरी जनरेशन महिंद्रा थार ने कुशलतापूर्वक से जिमखाना के साथ-साथ ऑफ़-रोड टेस्ट्स को सम्मानजनक समय में पूरा किया और कुछ नहीं तो, तीन लैडर-ऑन-फ्रेम चेसिस वीइकल्स में सर्वश्रेष्ठ रही। हां कुछ दिक़्क़तें ज़रूर आई, लेकिन इसकी क्षमता व कौशल सारी दिक़्क़तों से बाहर निकलने में मदद करती है। आप इसे लाइफ़ स्टाइल वाहन कहेंगे, हम इसे ऑफ़-रोड किफ़ायती गाड़ी कहेंगे, जिसमें कही फ़सने या रुकावट की चिंता छोड़ देनी चाहिए।
तस्वीरें- कपिल आंगणे व कौस्तुभ गांधी
फ़ोक्सवेगन तिगुआन: 2021 कारवाले ऑफ़-रोड डे
स्कोडा कोडिएक: 2021 कारवाले ऑफ़-रोड डे
इसुज़ू वी-क्रॉस डी-मैक्स: 2021 कारवाले ऑफ़-रोड डे
जीप रैंगलर रुबिकॉन: 2021 कारवाले ऑफ़-रोड डे
2021 कारवाले ऑफ़-रोड डे का परिचय
अनुवाद- धीरज गिरी